Pages

बुधवार, 28 फ़रवरी 2024

सुपर हाईएल्टीट्यूड समर


सुपर हाईएल्टीट्यूड समर भूमी को
मनोयोग से जानना होगा
असली लड़ाई मन की यहाँ
मन से जी लगाना होगा।

अति उतुंग दुर्गम  में बैठे हो
असय कष्ट तो होगा ही
माईनस से माईनस तापमान में
शीत शूल तो चुभेगा ही
इन शूलों को दृढ़ता से
समर्थ बनके साधना होगा।

सुपर हाईएल्टी समर भूमी को
इस उतुंग समर भूमी को

हिमगिरी श्रृंगों के बीच में
ऑक्सीजन कमी ही मिलेगी
पादप वनस्पती विहीन भूमि में
साँसे उखड़ती सी लगेगी
हिम्मत बाँध धीरज रखके
सांसों को मनाना होगा।

सुपर हाईएल्टी समर भूमी को

हाड़ मांस का शरीर यह
इफाजत इसकी जरुरी है
राष्ट्र खातिर कष्ट सहना
मज़बूरी नहीं जरुरी है
पहनी है जो वर्दी अमोल
मोल इसका गढ़ना होगा।

सुपर हाईएल्टी समर भूमी को
इस उतुंग समर भूमी को

न ढीला होना ना ही दिखना
घात पर बैठा अरि देख रहा
प्रतिकूलता की इस मार को
सामने वो भी तो झेल रहा
उसकी तीक्ष्ण निगाहों में
और तीक्ष्ण तीर चुभाना होगा।

सुपर हाईएल्टी समर भूमी को

आम को जो असाध्य होता
सैनिक उसे साध्य करता
प्रबल विपदा प्रचंड काल को
झुकने पर बाध्य करता
आप ख़ास हैं वतन विश्वास को
हमेशा जेहन में रखना होगा।

सुपर हाईएल्टी समर भूमी को


@ बलबीर राणा 'अडिग'
मटई

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें