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बुधवार, 9 जुलाई 2014

अहसास

Photo: शुभ अपराहन स्नेही मित्रो
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पहली जिज्ञासा
आज भी पहली 
कुछ बदला नहीं 
अहसास ऊँचे उठे
मन का रंग गहरा 
मंत्रणा गंभीर 
चित चंचलता दीर्घ 
चपलता वही 
बदला तो केवल  
बंधन....
जिसके कदम रस्म से चल कर
आज 
अटूट कर्म यज्ञ तक पहुंचे।

@ बलबीर राणा " अडिग"

पहली जिज्ञासा
आज भी पहली
कुछ बदला नहीं
अहसास ऊँचे उठे
मन का रंग गहरा
मंत्रणा गंभीर
चित चंचलता दीर्घ
चपलता वही
बदला तो केवल
बंधन....
जिसके कदम रस्म से चल कर
आज !
अटूट कर्म यज्ञ तक पहुंचे।

@ बलबीर राणा " अडिग"

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