यक़ीनन कुवाणी (कुवचन)
एक टॉकसिन हैजो निर्जीव वस्तु तक को
अपने बुरे प्रभाव बिना नहीं छोड़ता
फिर सजीव कहाँ बचेगा।
कुवाणी दो धारी तलवार है
जो दूसरे को तो काटता ही है
खुद को भी नहीं छोड़ता।
कुवाणी का फ्रंट ब्लास्ट इफेक्ट
जितना घातक होता है
उतना ही बैक ब्लास्ट
जिसकी जद में हम खुद होते हैं।
@ बलबीर राणा 'अडिग'
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