धरा पर जीवन संघर्ष के लिए है आराम यहाँ से विदा होने के बाद न चाहते हुए भी करना पड़ेगा इसलिए सोचो मत लगे रहो, जितनी देह घिसेगी उतनी चमक आएगी, संचय होगा, और यही निधि होगी जिसे हम छोडके जायेंगे।
बहुत ही सुन्दर सृजन सादर
हार्दिक अभिनन्दन आदरणीया
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2 टिप्पणियां:
बहुत ही सुन्दर सृजन
सादर
हार्दिक अभिनन्दन आदरणीया
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