माँ दुर्गा अराधना
माँ आदिशक्ति भगवती , बुद्धी शक्ति ज्ञान
दे।। समभाव समरस भावना का , मानवता वितान दे।।
हर पुत्र यत्नशील हो , जन-जन में तेरी
भक्ति हो। नित निलय अर्चना हो
तेरी , मनु दीन दुःख से
मुक्त हो।। अपनत्व हर दिल में
धड़के , बंधुत्वा वरदान दे। लड़ सकूं अर्धम रण
मैं , ऐसा नैतिक भान दे।। माँ आदिशक्ति
भगवती......... देवमाता भवमोचनी , कण-कण में तेरा वास
है। भवप्रीता , भवानी , दुर्गा सारा भुवन तेरा दास
है।। वत्स वत्सला
चित्तरूपा , चित चैतन्य नव
निर्माण दे। पा सकूं चितवृति
निरोध , सत्यपथ संज्ञान दे।।
माँ आदिशक्ति
भगवती......... नारायणी मोक्षदायनी तू , भक्त वत्सल ममतामयी। दुष्ट दानव घातिनी तू , शस्त्र शास्त्र धारणी।। अधिष्ठात्री जगत
जननी , सर्वमंगल मांगल गान
दे। सुख शांति हो वतन
हमारा , शुभ सुमंगल वितान
दे। माँ आदिशक्ति
भगवती......... सस्वती , सुरसुन्दरी माँ , माहेश्वरी
कृपाश्वरी। लक्ष्मी , सती , सावित्री , विश्वेश्वरी
भुवनेश्वरी। अपर्णा , अनेकवर्णा , सत्कर्म बुद्धी विधान
दे। कल्याण हो भक्तों का
तेरे , ऐसा अभय वरदान दे।। माँ आदिशक्ति भगवती , बुद्धी शक्ति ज्ञान
दे।। समभाव समरस भावना का , मानवता वितान दे।। @ बलबीर राणा अडिग
12 टिप्पणियां:
धन्यवाद कामिनी जी
जय मां दुर्गा
आपने सबसे बड़ा आश्रीवाद दिया मुझे
आप भी मां सरस्वती समान हो। सहर्ष स्वीकार है, आपका अनुरोध।
जय मां दुर्गा
सुन्दर
बहुत सुंदर राणा जी
हार्दिक आभार विजय जयारा जी
बहुत सुंदर सृजन। रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं।
धन्यवाद ज्योति जी
जय भवानी।
सराहनीय प्रार्थना।
रामनवमी पर आपको हार्दिक शुभकामनाएँ।
सादर
जय भवानी राय साब
हार्दिक आभार अनिता जी, सादर वंदन
जय भवानी।
जय भवानी
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