दक्षिणी ध्रुव पे पाँव जमा दिया हमने,
चाँद पर चार चाँद लगा दिया हमने।
हम किसी से कम नहीं दुनियाँ वालो,
चन्द्रमाँ पर तिरंगा फहरा दिया हमने।
जिन नक्षत्रों की गणना युगों पहले कर दी थी,
उन्हीं नक्षत्र का नयाँ नक्शा बना दिया हमने।
प्रतिभा में ना तब कम थे न आज हैं हम,
हम क्या हैं दुनियाँ को दिखा दिया हमने।
आत्मज्ञान विज्ञान सब में अग्रणीय रहे हम,
अंतरिक्ष में एक नयाँ इतिहास रच दिया हमने।
लग गए ताले रिपु बामियों के मुख पर,
कार्टून बनाने वालों को दिखा दिया हमने।
अडिग का नमन युग पुरुष वैज्ञानिकों को,
विश्वगुरु की राह कदम बड़वा दिया तुमने।
23 अगस्त 23
@ बलबीर राणा 'अडिग'
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