जीवन का एक सितारा
अंतस के तम से हारा
निराशाओं के भंवर में डूबा
आशाओं के हाथ से टूटा
अम्बर के हजार सितारे
हर रात टूटते वे प्यारे
अम्बर कभी ना शोक करे
नित नयें सितारों संग जगे
जो जाग गया वो पा गया
जो सो गया वो हार गया
आज भरा कल रीता
जो बीता वो जीता।
जीवन की रीत रही
उषा के लिए निशा जगी
हार गया जो छोड़ गया
जीत गया जो पकड़ गया
@ सर्वाधिकार सुरक्षित
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