मंगलवार, 2 अक्तूबर 2012

किस भाव से तुम्हें नमन करें?






साबरमती के शंत बापू 
नए युग का शुत्रपात करने वाले बापू 
अहिंसा का शास्त्र रचने वाले बापू  
संसार के दमित मन को जगाने वाले बापू  
आजादी का पाठ  पढ़ाने वाले बापू 
बशुधेव कुटम्बकम के भाव से 
जग को नईं दिशा देने वाले बापू 
बापू  !!!! आज …….
तेरा ही देश दिशा हीन हो चला। 
तेरे पद चिह्नों की
सरेआम खिल्ली उडाने चला 
जिस विदेशियों का दमन किया तुने 
फिर उसी के रहमोकरम पर चलने चला 
स्वदेशी छोड़ विदेशी अपनाने चला 
हे !!! अर्ध नग्न तपस्वी महान आत्मा
आज का  भारत ………
किस भाव से तुम्हें नमन करें? 
भारतीय ! जो इंडियन बन गया। 
तेरे विचारों को सपना समझ भूल गया। 

……….बलबीर राणा "भैजी"
०२ अक्तूबर २०१२  

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