पर निकले या परेशानी में निकले
देखा देखी यहाँ के वहाँ निकले
बस रहे बाहर वाले हमारे उबरे
हम अपनी ही बबौती के गैर निकले।
भूमी हमारी भुमियाळ हमारा
फिर क्यों नहीं भू क़ानून हमारा
मूल निवासी हो जाएंगे प्रवासी
गैर क्यों बनेगा मालिक हमारा ।
उत्तराखंड भू क़ानून मूल निवास
लागू करो या निकलो वनवास
अब ना कोरा आश्वाशन ना जुमलास
तभी जीत पाओगे राज गद्दी विश्वाश।
@ बलबीर राणा 'अडिग'
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