जय मंगलमूर्ति
जय पवन पुत्र हनुमान
,
करी क्षण में हर
बाधा का निदान....
अद्वितीय शक्ति के
तुम भंडार,
महिमा तुम्हारी
अपरम्पार.....
शंकट मोचन तुम हो जावे,
जो दिल से तुम्हें
बुलावे .....
भक्तन के दुःख हरो
कृपा निदान,
तुम्हारी महिना का
और क्या करूँ गुणगान ......
जय जय जय बजरंगबली
हनुमान ....
बलबीर रणा
“भैजी”
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